Jagannath Puri History in Hindi | जगन्नाथ पुरी मंदिर की ये 12 अनोखी बातें? हवाई जहाज तो दूर की बात मंदिर के ऊपर पक्षी भी उड़ने से डरते हैं
पुरी जगन्नाथ मंदिर का इतिहास – History About Puri Jagannath Temple
जगन्नाथ पुरी मंदिर, जो ओडिशा के पुरी में स्थित है, भारत के चार धामों में से एक है और अपनी अद्वितीयताओं और रहस्यमय घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है।(Jagannath Puri History) यहां इस मंदिर से जुड़ी 12 अनोखी और रहस्यमयी बातें बताई गई हैं:
1. विमान से संबंधित रहस्य – Secrets Related to Aircraft
जगन्नाथ पुरी मंदिर का सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि यहां विमानों के उड़ान भरने पर प्रतिबंध है। ऐसा माना जाता है कि मंदिर के ऊपर विमान उड़ाने से उन्हें तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई पायलटों ने यह अनुभव किया है कि जब वे मंदिर के ऊपर से उड़ान भरते हैं, तो उनका विमान अचानक नियंत्रण से बाहर होने लगता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह विद्युत चुम्बकीय तरंगों के कारण हो सकता है, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई आज भी रहस्य बनी हुई है।
2. पक्षियों का न उड़ना – Birds not flying
मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में पक्षियों का उड़ना भी अजीब है। स्थानीय लोगों का मानना है कि भगवान जगन्नाथ की पवित्रता के कारण पक्षी भी इस क्षेत्र में उड़ने से डरते हैं। कई लोगों ने यह देखा है कि मंदिर के ऊपर कोई पक्षी नहीं उड़ता, जबकि आस-पास के क्षेत्रों में पक्षी आमतौर पर उड़ते रहते हैं। यह एक अद्भुत घटना है, जो इस मंदिर की दिव्यता को और भी बढ़ा देती है।
3. मंदिर की अद्भुत वास्तुकला – Amazing architecture of the temple
जगन्नाथ पुरी मंदिर की वास्तुकला भी बेहद खास है। इसे चौरासी कोनों में बनाया गया है और इसकी ऊंचाई लगभग 214 फीट है। मंदिर का मुख्य गुंबद या शिखर ‘वैष्णव वास्तुकला’ का अद्भुत उदाहरण है। इसमें विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ-साथ अद्वितीय नक्काशी भी की गई है। मंदिर के चारों ओर खड़ी ऊंची दीवारें और भव्य प्रवेश द्वार इसे एक दिव्य वातावरण प्रदान करते हैं।
4. रथ यात्रा – Rath Yatra
जगन्नाथ पुरी मंदिर की सबसे प्रसिद्ध परंपरा रथ यात्रा है, जो हर साल आयोजित की जाती है। इस त्योहार के दौरान, भगवान जगन्नाथ, उनकी बहन सुभद्राकुंडली और भाई बलभद्र को विशाल रथों पर शहर में घुमाया जाता है। यह यात्रा लाखों भक्तों को आकर्षित करती है। भक्तों की आस्था और श्रद्धा इस रथ यात्रा को विशेष बनाती है।
5. भोग का महत्व – Importance of indulgence
जगन्नाथ पुरी मंदिर में भगवान को जो भोग अर्पित किया जाता है, उसे ‘महाप्रसाद’ कहा जाता है। यह भोग विशेष रूप से तैयार किया जाता है और इसे खाने के बाद भक्तों को इसे बहुत पवित्र माना जाता है। महाप्रसाद का प्रसाद लेने के लिए हर दिन हजारों लोग मंदिर आते हैं। इसकी विशेषता यह है कि इसे केवल मंदिर में ही खाया जा सकता है और इसे घर ले जाने की अनुमति नहीं होती।
6. चकृत पर्वत – Chakrata Parvat
जगन्नाथ पुरी मंदिर के पीछे चकृत पर्वत स्थित है, जिसे एक पवित्र पर्वत माना जाता है। मान्यता है कि यह पर्वत भगवान जगन्नाथ के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। पर्वत के चारों ओर विभिन्न धार्मिक गतिविधियाँ होती हैं, और यह भक्तों के लिए एक तीर्थ स्थल के रूप में भी जाना जाता है।
7. मंदिर का अनूठा ध्वज – Unique Temple Flag
जगन्नाथ पुरी मंदिर का ध्वज भी विशेष महत्व रखता है। यह ध्वज हमेशा सीधा रहता है, चाहे हवा किसी दिशा में हो। यह एक अद्भुत घटना है और इसे देखकर लोग भगवान की महिमा को महसूस करते हैं। इस ध्वज को हर दिन बदला जाता है और इसे पवित्रता के साथ उठाया जाता है।
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8. महल और मंदिर की संरचना – Palace and Temple Structure
जगन्नाथ पुरी मंदिर का एक और रोचक पहलू है कि यह एक विशाल महल का हिस्सा है। मंदिर के आसपास कई अन्य मंदिर और महल भी हैं, जो इस क्षेत्र की धार्मिकता को बढ़ाते हैं। इन महलों की संरचना और सजावट अद्वितीय है, और यह पुरातात्त्विक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
9. तीर्थाटन का महत्व -importance of pilgrimage
जगन्नाथ पुरी मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ हर साल लाखों भक्त आते हैं। यह तीर्थ यात्रा का एक अभिन्न हिस्सा है और कई लोग यहां आकर अपने पापों से मुक्ति पाने की आशा रखते हैं। मंदिर में आने वाले भक्तों की भक्ति और श्रद्धा इस स्थान को और भी पवित्र बनाती है।
10. ऐतिहासिक महत्व – Historical Significance
जगन्नाथ पुरी मंदिर का इतिहास भी बहुत समृद्ध है। यह मंदिर कई शताब्दियों से अस्तित्व में है और इसकी जड़ें प्राचीन काल में जाती हैं। विभिन्न राजाओं और साम्राज्यों ने इस मंदिर का संरक्षण किया है और इसके महत्व को बढ़ाया है। आज भी, यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल है।
11. स्थानीय कला और शिल्प – Local Arts and Crafts
जगन्नाथ पुरी मंदिर की एक और विशेषता यहाँ की स्थानीय कला और शिल्प है। मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में कई कलाकार रहते हैं, जो विभिन्न कलाओं और शिल्पों में निपुण हैं। यहाँ की लकड़ी की नक्काशी, पेंटिंग, और हस्तशिल्प की कृतियाँ अद्वितीय और आकर्षक होती हैं।
12. ताजगी और शांति का स्थान – A place of freshness and peace
जगन्नाथ पुरी मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह एक ताजगी और शांति का स्थान भी है। भक्तों और पर्यटकों के लिए यह एक आदर्श स्थल है,(Jagannath Puri History) जहाँ वे अपनी चिंताओं को भूलकर ध्यान और साधना कर सकते हैं। मंदिर का वातावरण और शांति यहां आने वाले सभी लोगों को भक्ति और समर्पण की भावना से भर देती है।
जगन्नाथ पुरी मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह एक अनूठी संस्कृति और अमानत, का प्रतीक है। यहां की विशेषताएँ, जैसे कि विमान का उड़ना, पक्षियों का न उड़ना, और रथ यात्रा, इस मंदिर को एक खास स्थान बनाती हैं। यह न केवल भक्तों के लिए बल्कि खोज करने वाला और पर्यटकों के लिए भी एक रहस्यमय जगह है।